पति से तलाक कैसे लें?
(Table of Contents)
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भूमिका — जब रिश्ता ज़हर बन जाए
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क्या हर बहस तलाक का कारण है?
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तलाक के प्रकार (Mutual & Contested Divorce)
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पति से तलाक लेने की कानूनी प्रक्रिया
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जरूरी दस्तावेज़
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महिला के अधिकार — तलाक के बाद
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Maintenance (भरण-पोषण) कैसे मांगें?
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घरेलू हिंसा हो तो क्या करें?
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कोर्ट में केस कब और कैसे फाइल करें?
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बच्चों की कस्टडी का क्या होगा?
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तलाक के बाद जीवन कैसे संभालें?
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FAQs (महिलाओं द्वारा पूछे गए आम सवाल)
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निष्कर्ष — तलाक अंत नहीं, नई शुरुआत है
1. जब रिश्ता ज़हर बन जाए
कभी वो इंसान जिससे आपने सात जन्मों का वादा किया था, वही जब आपकी मुस्कान की वजह नहीं, बल्कि आपकी आंखों के आँसू बन जाए… तो समझिए वक़्त आ गया है — ख़ुद के लिए खड़े होने का।
तलाक कोई कमज़ोरी नहीं है।
ये उस महिला की ताक़त है जो अब और नहीं सहना चाहती।
और अगर आप भी उसी मोड़ पर हैं — तो मैं आपके साथ हूँ।
चलिए जानते हैं – पति से तलाक कैसे लें?
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पति से तलाक कैसे लें? |
2. क्या हर बहस तलाक का कारण है?
नहीं। रिश्ते में बहस होना आम बात है। लेकिन:
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अगर मानसिक शोषण हो रहा है
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अगर पति हाथ उठाता है
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अगर वो आपके सम्मान को बार-बार कुचलता है
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या बार-बार चरित्र पर शक करता है
तो ये सिर्फ बहस नहीं, कानूनी अत्याचार है।
3. तलाक के प्रकार (Types of Divorce)
भारत में दो प्रकार के तलाक होते हैं:
1. आपसी सहमति से तलाक (Mutual Divorce)
जब दोनों पति-पत्नी तलाक के लिए सहमत हों।
– Fast process (6-18 महीने)
– Maintenance और बच्चों की कस्टडी का समझौता
2 एकतरफा तलाक (Contested Divorce)
जब एक पक्ष तलाक चाहता हो, दूसरा नहीं।
तब कोर्ट में सबूत और सुनवाई ज़रूरी होती है।
4. पति से तलाक लेने की कानूनी प्रक्रिया
Step-by-step गाइड:
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तलाक का कारण तय करें — जैसे Cruelty, Desertion, Adultery
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वकील से सलाह लें (या Legal Aid से Free help लें)
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Family Court में Divorce Petition फाइल करें
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कोर्ट Notice भेजता है पति को
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Counselling या Mediation होता है
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सबूत और गवाह पेश करें
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फैसला सुनाया जाता है
5. जरूरी दस्तावेज़:
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शादी का प्रमाण पत्र
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एड्रेस प्रूफ
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हिंसा या अन्य शिकायतों के सबूत
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बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र (यदि हो)
6. तलाक के बाद महिला के अधिकार
तलाक के बाद भी महिला को मिल सकते हैं:
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Maintenance (भरण-पोषण)
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Stridhan की वापसी (गहने, दहेज की वस्तुएं)
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बच्चों की कस्टडी का अधिकार
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सुरक्षित रहने की जगह (Protection Orders)
7. Maintenance कैसे मांगें?
आप Section 125 CrPC के तहत खर्चा मांग सकती हैं।
अगर पति नौकरी करता है, तो कोर्ट उसकी इनकम के हिसाब से monthly खर्चा तय करता है।
8. घरेलू हिंसा हो तो क्या करें?
अगर पति मारता है, गाली देता है, या मानसिक उत्पीड़न करता है, तो:
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Domestic Violence Act, 2005 के तहत शिकायत करें
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Protection Officer, NGO या महिला हेल्पलाइन से संपर्क करें
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FIR दर्ज कर सकती हैं
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अलग रहने की अनुमति मांग सकती हैं (Residence Order)
9. कोर्ट में केस कब और कैसे फाइल करें?
जब पति:
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2 साल से ज्यादा छोड़ चुका हो
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मारता है, पीटता है
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किसी और महिला से रिश्ता रखता है
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मानसिक शोषण करता है
तब आप फैमिली कोर्ट में Contested Divorce फाइल कर सकती हैं।
10. बच्चों की कस्टडी का क्या होगा?
कोर्ट देखता है कि बच्चा किसके साथ सुरक्षित और अच्छा रहेगा।
सामान्यतः छोटे बच्चों की कस्टडी मां को मिलती है।
पिता को मिलने का समय तय किया जाता है।
11. तलाक के बाद जीवन कैसे संभालें?
तलाक एक अंत नहीं…
ये एक नया मौका है — खुद को फिर से खोजने का।
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खुद को मजबूत बनाएं
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बच्चों के लिए उदाहरण बनें
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Financially Independent बनें
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Therapy या Self Help groups से जुड़ें
आप टूटी नहीं हैं, आप पुनर्जन्म ले रही हैं।
12. FAQs — महिलाओं के मन के सवाल
❓ क्या बिना वकील तलाक हो सकता है?
👉 हाँ, Mutual Divorce में Court खुद गाइड करता है।
❓ क्या तलाक के बाद महिला मायके में रह सकती है?
👉 हाँ, पूरी तरह कानूनी अधिकार है।
❓ तलाक में कितना खर्चा आता है?
👉 वकील की फीस + Court Fees = ₹5,000 से ₹50,000 तक
13. पत्नी ने अपने पाती को जान से मार दिया |
तलाक एक नई शुरुआत है।
जब रिश्ता दर्द बन जाए, तो वहाँ से बाहर निकलना कमज़ोरी नहीं — ताकत होती है।आज देखा जाए तो हर जगह पर ही शादी शुदा लोगों की लाइफ ऐसे मोड पर अरही है जहा पर दोनों पाती पत्नी एक दूसरे से इस कदर नफरत करने लगते है | की एक दूसरे की जान के भी दुश्मन बन जाते है | आज हर जगह यह ही सुन ने को मिलता है की फला औरत ने अपने ही पाती का कताल कर दिया | बो भी किसी और के लिए | अक्सर ये बो बाते होती है जो लोग अपने बच्चों की शादी तो कर देते है | लेकिन बाद मे उन बातों का पता चलता है | जो की कोई भी समाज का व्यक्ति पसंद नहीं करता | अगर ये चीजे नजर अंदाज न की जाए तो | बहुत से घर उजाड़ ने से बच जाए | अगर पाती पत्नी आपस मे न रहना चाहे तो तलाक का रास्ता खुला है | क्यू एक दूसरे की जान लेने पर तुले रहते हो | अगर नहीं रहना है साथ मे तो अलग हो जाओ | खुद की भी ज़िंदाग़ी बर्बाद करते हो और दूसरे की भी| आप अकेली नहीं हैं। आप जैसी हज़ारों महिलाएं हैं — और वो अब मुस्कुरा रही हैं।
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